Vande Bharat Express: बिहार में वंदे भारत एक्सप्रेस की संख्या जल्द ही बढ़ सकती है. मुजफ्फरपुर जंक्शन से एक नहीं, चार वंदे भारत ट्रेनों के संचालन की संभावना पर रेलवे ने गंभीरता से काम शुरू कर दिया है. रेलवे बोर्ड के निर्देश पर पूर्व मध्य रेलवे (पूमरे) ने सोनपुर मंडल को स्टेशन स्तर पर फिजीबिलिटी रिपोर्ट तैयार करने का जिम्मा सौंपा है. इस रिपोर्ट के जरिए यह आकलन किया जाएगा कि वंदे भारत एक्सप्रेस का संचालन व्यावसायिक रूप से कितना सफल हो सकता है.
चार बड़े रूटों पर संभावित संचालन
मुजफ्फरपुर से नई दिल्ली, हावड़ा, न्यू जलपाईगुड़ी और वाराणसी के लिए वंदे भारत ट्रेनों के संचालन का प्रस्ताव पहले ही भेजा जा चुका है. अब रेलवे बोर्ड ने उस पर तेज़ी से काम शुरू करते हुए फिजीबिलिटी रिपोर्ट मंगाई है. स्टेशन प्रबंधन को 15 दिनों के भीतर यह रिपोर्ट तैयार कर मुख्यालय भेजनी है.
यात्रियों से ली जा रही राय
स्टेशन के वाणिज्य और ऑपरेटिंग विभाग के अधिकारी यात्रियों से राय लेकर आंकड़े जुटा रहे हैं. यह रिपोर्ट गोपनीय रूप से तैयार की जाएगी ताकि निष्पक्षता बनी रहे. इसमें देखा जाएगा कि कितनी मांग है, किन रूटों पर ज्यादा यात्री हैं और इन ट्रेनों के संचालन से अन्य ट्रेनों पर क्या असर पड़ेगा.
क्या होता है फिजीबिलिटी रिपोर्ट?
फिजीबिलिटी रिपोर्ट एक अध्ययन है जो यह निर्धारित करने के लिए किया जाता है कि कोई प्रस्तावित परियोजना व्यावहारिक है या नहीं. इस रिपोर्ट में पहलुओं जैसे तकनीकी, आर्थिक, कानूनी और समयबद्धता आदि का विश्लेषण किया जाता है. इससे तय होता है कि परियोजना सफल होगी या नहीं.
बदल सकती है बिहार की रेल यात्रा का अनुभव
अगर यह रिपोर्ट सकारात्मक रही, तो बिहार को हाई-स्पीड वंदे भारत ट्रेनों की सौगात जल्द मिल सकती है. इससे राज्य के प्रमुख शहरों से देश के बड़े केंद्रों तक तेज़, आरामदायक और आधुनिक रेल सेवा का सपना साकार हो सकता है.
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