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Success Story: असफलता के बाद भी नहीं मानी हार, इन चीजों से बनाई दूरी और 24 की उम्र में बनीं IAS अधिकारी

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Apr 2, 2025

Success Story of Neha Byadwal in Hindi: कठिन परीक्षाओं के दौरान सही मार्गदर्शन और हौसला देने के लिए संतुलन बनाए रखना जरूरी होता है. माता-पिता का सहयोग और सकारात्मक माहौल बच्चों की सफलता में अहम भूमिका निभाता है. IAS अधिकारी नेहा बयाडवाल की कहानी (Success Story of Neha Byadwal in Hindi) भी कुछ ऐसी ही है. उन्होंने यूपीएससी एग्जाम में सफलता पाने के लिए कई बार प्रयास किया लेकिन कई असफलता मिली. हालांकि उन्होंने हार नहीं मानी और प्रयास दोगुना कर दिया और आईएएस अधिकारी बन गईं. इसलिए उनकी सफलता और मेहनत ने उन्हें UPSC की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए एक प्रेरणा बना दिया है जिसके बारे में यहां विस्तार से बताया गया है.

आईआईटी कानपुर में एडमिशन के बाद शुरू की तैयारी (Neha Byadwal)

रिपोर्ट्स के मुताबिक, नेहा के पिता श्रवण कुमार वरिष्ठ आयकर अधिकारी हैं. उन्होंने अपनी स्कूली पढ़ाई अपने होम टाउन से पूरी की और फिर आईआईटी कानपुर में एडमिशन लिया. यहां से उन्होंने इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएशन किया. पढ़ाई पूरी करने के बाद नेहा ने UPSC की तैयारी शुरू कर दी.

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असफल होने के बाद तैयारी के पैटर्न में किया बदलाव (UPSC Success Story in Hindi)

देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाने वाली यूपीएससी परीक्षा में नेहा पहली बार शामिल हुईं तो उन्हें असफलता हाथ लगी, लेकिन उन्होनें हार नहीं मानी और नेहा ने अपने अध्ययन पैटर्न में बदलाव करने का फैसला किया. उन्होंने जो सबसे बड़ा बदलाव किया, वह था खुद को सोशल मीडिया से दूर रखना.

3 साल तक सोशल मीडिया से दूरी तो पाई सफलता (Success Story of Neha Byadwal)

रिपोर्टों के अनुसार, नेहा ने अपने मोबाइल फोन के इस्तेमाल को सीमित कर दिया और 3 साल तक फोन का यूज कम और सोशल मीडिया से दूरी बना ली. अपने लक्ष्य को स्पष्ट करते हुए नेहा ने 2021 में 260 रैंक मिली और वह IAS सर्विस के लिए चुनी गईं.

यूपीएससी की तैयारी कर रहे कैंडिडेट्स को ये सलाह (Success Story of Neha Byadwal)

यूपीएससी की तैयारी कर रहे कैंडिडेट्स को खुद पर भरोसा रखना और लगातार मेहनत करना सबसे जरूरी है. सफलता के लिए कड़ी मेहनत का कोई दूसरा रास्ता नहीं होता. हर दिन अपने छोटे-छोटे लक्ष्य पूरे करें, इससे आपको मोटिवेशन मिलेगा और आप बेहतर कर पाएंगे. जब जरूरत हो तो सही लोगों से सलाह लें. हमेशा सकारात्मक सोचें और हर छोटी चीज में खुशी ढूंढने की आदत डालें.

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