रूस-यूक्रेन जंग के तीन साल बाद राष्ट्रपति पुतिन पहली बार जंग को लेकर लचीलापन दिखा रहे हैं. उनके बयानों से अब शांति की कोशिशों की ललक झलकती है. पुतिन ने पहली बार तो ईस्टर पर 30 घंटे की एकतरफा युद्धविराम की घोषणा की और अब अमेरिकी प्रयासों के मद्देनजर उन्होंने कहा है कि वे शांति प्रस्ताव पर बात करने को तैयार हैं. लेकिन क्या यूक्रेन को पुतिन की शर्तें स्वीकार होंगी.