संवाददाता, दुमका : दुमका में संचालित सरकारी तकनीकी-आधारित त्वरित शिक्षण कार्यक्रम ‘सम्पूर्ण शिक्षा कवच’ ने हाल ही में आयोजित आईआईटी-जेईई मेन्स परीक्षा में अभूतपूर्व सफलता प्राप्त की है. इस एआई तकनीक-संचालित कार्यक्रम ने वर्षों से छात्रों में मौजूद सीखने के अंतर को पहचाना और तत्काल शिक्षण प्रदान कर एक-एक सत्र के माध्यम से उनकी सीखने की गति को तेज किया. सीमित संसाधनों के कारण ये निम्न-आय वर्ग के छात्र कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा की तैयारी तक नहीं कर पाते थे, उच्च प्रतिस्पर्धी प्रवेश परीक्षाओं की बात तो दूर की थी. उपायुक्त आंजनेयेलु दोड्डे ने बताया कि यह हमारे लिए गर्व का विषय है कि बेहतर प्रदर्शन करने वाले छात्र दुमका के गांवों से हैं. इन छात्रों में गौरव कुमार (98.78%), ललन कुमार (97.88%), पियूष कुमार (97.74%), अभिषेक कुमार गुप्ता (97.71%), अभिनव राज (93.31%), शिब्ली मोहम्मद (85.64%), आदित्य कुमार (82.98%) और अन्य शामिल हैं, जिन्होंने ग्रामीण निम्न-आय पृष्ठभूमि की चुनौतियों को पार कर यह अद्भुत उपलब्धि हासिल की है. इन छात्रों ने इस सफलता के बाद जेईई एडवांस परीक्षा की तैयारी तेज कर दी है. डीडीसी अभिजीत सिन्हा ने सफल छात्रों को उनकी उपलब्धियों पर बधाई दी और आगामी जेईई एडवांस परीक्षा में अधिकतम स्कोर प्राप्त करने के लिए अपने सीखने के मंत्र साझा किए, जिनमें टेस्ट सीरीज़ और उसके विश्लेषण पर विशेष जोर दिया गया. उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि छात्रों को परीक्षा तक सर्किट हाउस में निःशुल्क आवास और भोजन की सुविधा, साथ ही काउंसलिंग और प्रवेश प्रक्रिया में हर प्रकार की सहायता दी जाएगी. डीडीसी ने बताया कि किस प्रकार पिछले वर्ष जिला प्रशासन ने दुमका के निखिल कुमार को आईआईटी धनबाद में प्रवेश दिलाने में मदद की थी. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि हमारे छात्र राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्टता प्राप्त करें और इसके लिए उन्हें कक्षा के भीतर और बाहर दोनों जगह समर्थन देना आवश्यक है. हम उन्हें 24×7 व्यक्तिगत शिक्षण सहायता और केंद्रित समूह सत्र प्रदान करते हैं. कई परीक्षाओं के साथ हमने उनके सीखने के स्तर में सकारात्मक परिवर्तन पाया है, जो जेईई मेन्स के परिणामों में स्पष्ट रूप से दिखाई दिया. उन्होंने कहा कि हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि जेईई एडवांस के लिए इन छात्रों की तैयारी सख्त और व्यवस्थित हो. जिला आयुक्त, दुमका ने जोड़ा, “हमने पिछले वर्ष की तुलना में बेहतर परिणाम दिखाए हैं और हमें आने वाली परीक्षाओं में और बेहतर परिणामों की उम्मीद है.” जिला प्रशासन लगातार दुमका के छात्रों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रयासरत है ताकि उन्हें एक बेहतर भविष्य मिल सके.
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